Wednesday, August 27, 2008

भगवान के लिए अभी पॉलिटिक्स मत कीजिये

' बिहार का शोक ' कोसी फिर अपने प्रलयंकारी रूप में सामने है। सैकडों गाँव और लाखों लोग भयावह बाढ़ में फंसे हैं। दहाड़ मारती कोसी की धारा में फंसे लोगों का एक-एक पल बेशकीमती है। थोडी लापरवाही या देरी उनके जान का दुश्मन बन सकता है. भूखे-प्यासे उन लोगों की हर एक नज़र सरकार की ओर उम्मीद लगाये बैठी है। किसी का बेटा तो किसी ने अपना सुहाग खो दिया है। आँख के सामने बच्चे भूख और प्यास से तड़प रहे हैं। न खाने को एक दाना है और न पीने को साफ पानी। राज्य सरकार केन्द्र पर तो केन्द्र से ताल्लुक रखने वाले नेता राज्य सरकार पर आरोप लगा रही है। मैं अपने राज्य के नेताओं से यही गुजारिश करता हूँ की भगवान के लिए इस समय पॉलिटिक्स छोड़ कर उनके लिए कुछ कीजिये। यह समय पॉलिटिक्स करने का नहीं है. देश और दुनिया के लोग उस बाढ़ की एक फोटोग्राफ देखकर सिहर उठते हैं। भयावह तस्वीर आंखों के सामने होती है। ऐसे में सोचिये उन बेचारों की क्या हालत होगो जो मौत से जद्दोजहद कर रहे हैं. ऐसे समय में किसी जाँच आयोग और लम्बी चौडी घोषणाओं की भी जरुरत नहीं है। अभी तो सभी का प्रयास होना चाहिए की फंसे हुए लोगों को सही-सलामत कैसे निकाला जाए।
मैं खासकर बिहार के चीफ मिनिस्टर नीतिश कुमार और रेल मंत्री लालूं प्रसाद से यह गुजारिश करता हूँ की इस दुःख की घड़ी में प्रदेश की जनता के लिए मिलजुल कर कोई ठोस कदम उठाइए। साथ ही ऊपर वाले से यह कामना करता हूँ की बाढ़ में फंसे लोगों को जल्द से जल्द मदद मिले और उनकी जिंदगी भी पटरी पर लौटे।

धन्यवाद।

4 comments:

Rakesh Kaushik said...

ji haan bilkul sahi kha is waqt to in siyastim gidado ko baaj aana chahiye

Rakesh Kaushik

Udan Tashtari said...

शुभकामनाऐं.

सुरेन्द्र Verma said...

Ye KALYUG hai Pragati jee. Manviye adhar par Log Unhe bacha rahe hai, jarurat ka saman unhe muhaiya karaya ja raha hai chahe wah sarkar astar par ho ya asthaniye. Nitish ji, Lalu ji, Pragati ji, Surendra ji etc. sab ke sab lage hai punya kam mein. aap ghabrayen nahi sab thik ho jayega kintu poltics to chalata hi rahega

सुरेन्द्र Verma said...

Ye KALYUG hai Pragati jee. Manviye adhar par Log Unhe bacha rahe hai, jarurat ka saman unhe muhaiya karaya ja raha hai chahe wah sarkar astar par ho ya asthaniye. Nitish ji, Lalu ji, Pragati ji, Surendra ji etc. sab ke sab lage hai punya kam mein. aap ghabrayen nahi sab thik ho jayega kintu poltics to chalata hi rahega