Sunday, August 10, 2008

सचमुच कमाल के हैं आप

सचमुच कमाल हैं आप। दौड़ती-भागती टीवी की लाइफ में भी बिल्कुल अलग । बोलने का ख़ुद का तरीका। सलीके के शब्द और कायदे का आलेख। चेहरे पर गंभीरता और आवाज़ में दम । और वही सटीक तिपन्नियाँ। नवाबों के शहर को तो आप पर नाज़ है ही, सभी हिन्दुस्तानियों को भी आप पर फक्र है। टीवी की पत्रकारिता में जहाँ लोग ज्यादा समय हंसगुल्ले पर दे रहे है। हंसने-हँसाने का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीँ आप की ज्यादातर गंभीर रिपोर्ट आज भी जमीं से ही जुड़े होते हैं। चाहे आतंकवाद के खिलाफ आपकी रिपोर्टिंग हो या फिर राजनेता अजित सिंह के पाला बदलने की आपके आलेख आज भी दिमाग में हैं। कभी कहीं टीवी के खास रिपोर्टरों की चर्चा हो रही हो तो आप का नाम तेजी से सुनाई देने लगता है। मैं अपने कुछ पत्रकार दोस्तों के बीच आपकी तारीफ अभी सुरु किया ही था की एक दोस्त ने आपकी सालों पुरानी कई आलेख को यूँ ही जुबान पर बोल गए। तब भी मेरी जुबान पर यही आया की सचमुच कमाल के हैं आप।
वो पत्ते बीन रहे एक गरीब बुजुर्ग के बारे में आपका आलेख आज भी मुझे पुरी तरह याद है। वो पीपल के पेड़ के चक्कर काटते बच्चों को दिखाते हुए आपने कहा था की ये एक दुसरे की शर्ट पकड़ कर रेलगाडी बनते हैं. मैं देखता हूँ की इंजन तो हर रोज बदलता है लेकिन गार्ड का अन्तिम डिब्बा हर रोज एक ही लड़का बनता है। क्योंकि उसके पास शर्ट नहीं है। वाह.....क्या गजब की बात कही है। ये अन्तिम पंक्ति ही पुरी बात कह गया। सचमुच ऐसी भावुक रिपोर्टिंग आप जैसा गंभीर शख्सियत ही कर सकता है। पिछले दिनों भी आपको एक अवार्ड मिला था। आज फ़िर आपके नाम बेस्ट रिपोर्टर का अवार्ड आया है। अपने साथियों की तरफ़ से आपको कोटि-कोटि बधाई। साथ ही ऊपर वाले से यह विनती करते हैं की मीडिया जगत को ऐसे कई कमाल खान दे जो हर किसी की आवाज़ बने।
धन्यवाद।

3 comments:

दीपक बरनवाल said...

naam kamal khan
reporting men shabdo ka chayan kamal ke

NDTV men ek pahchan liye kamal khan ko mile puraskar k liye dher sari badhai

badhai ke patra hai pragti bhai bhee jisne kamal khan ki ek purane achchhe script ki yaad dila diya jise jamia ke college men ek example ke roop men bataya gaya

kamal bhai aise hi bulandi ke aur aage badhate rahe... yahi dua karta hun.

reporting men ek nayaa rah banaane wale kamaal khan ko ek bar phir badhaaii.

मनीष मिश्र said...

wakai kamal k kamal bhai sahab
mai unn chand khushkismat logon main ek hoon jise kamal khan ji k sath kaam karne ka mauka mila hai, maine 1993 main jab apne patrakarita jiwan ki shuruwaat ki thi tab kamal bhai Dainik Jagran main mere senior hua karte the...bahut kuchh seekha hai main unse. aaj bhi Eklavya ban ban kar unse seekh raha hoon...unki har ek script...jaise...luchnow k dangon par aapki khabar..unn k hathon main patthar the aur nishne par thi wo but..., 2. samajwadiyon ki shadi, 3. lalji tandan k b'day par sari kand, kumbh mele ki reporting, janki puram main BJP leder malti murder case par aap ki wo lines..iss sadak par iss kadar kichad bichha hai, har kisi ka paon ghootnon tak sana hai...

Mai manta hoon ki achchha reporter wahi hai jiski khabre logon k jehan main salonsal darj rahe, kamal bhai ka iss main koi mukabla hi nahi hai...meri bahut-bahut shubh kamnayen..

Abhay said...

आप सही कहते हैं। कमाल भाई वाकई कमाल के हैं। कोई संशय ही नहीं। बधाई संदेश स्वीकार करें भाईजान। कमाल खान के बारे में आपके शŽदों ने मेरा ध्यान उस ओर जाता है। जो मीडिया में काम करने वालों से जुड़ा है।
दरअसल बेहतर काम करने वालों के बारे में जानकारी का जबरदस्त आभाव है। जानकारी जो उपलŽध है वह बहुत अराजक किस्म की है। कुल लयबद्ध नहीं है वहां। टूटा टूटा सा है। दिलचस्प यह है कि जिनके बारे में ज्यादा जानकारी मौजूद है वह सर्वव्याप्त साधक किस्म के लोग हैं। .. एक दूजी कौम है इनकी। सर्व साधक कौम। अपने मुय काम में महारत रखने वालों के बजाए यह लोग साधने में माहीर होते हैं।
बहरहाल मीडियाकर्मियों के Žलॉग पर जबरदस्त किस्सागोइ तो चल रही है। ...पर उसमें पूर्वाग्रह ही ज्यादा दिखता है। ..एक दूसरे की जबरदस्त टांग खिंचाई है। बधाई और खूबियों की चर्चा लगातार कमतर होती जा रही है।
ऐसे में एक नई सीरिज शुरू कर दी जाए। जिसमें कामकाजी मीडियाकर्मियों के बारे में थोड़ी थोड़ी जानकारी का कॉल्ाम रखा जाए तो मजा आ जाए। उनके बैकग्राउंड से लेकर उनकी कार्यशैली के बारे में परिचय हो। मसलन अगर कभी कमाल भाई से ही अगर प्रोफेशन के बारे में बातचीत करने का अवसर मिले तो क्या पूछा जाना सबसे बेहतर होगा। जैसी बातें जो कहीं लिखली नहीं गई हैं। ऐसा कुछ नया करें तो मजा आ जाए। शायद कमाल भाई भी इस बात से राजी हों।
शुक्रिया
आपका सहयोगी अभय