सभी साथियों को मेरा नमस्कार,
सबसे पहले मैं अपनी टीम की तरफ़ से विनय भाई को थोडी आजादी के लिए बधाई देना चाहूँगा। दिल्ली आकर उन्होंने सहारा ज्वाइन किया पिछले महीने रिक्क्शेवाले की गलती से उनका लेफ्ट हाथ टूट गया। आप सोच रहे होंगे की उनका हाथ टूट गया और ये बधाई कैसी। बधाई इसलिए की हाथ पर लगे बंधन नुमा प्लास्टर को सफलतापूर्वक उन्होंने झेल लिया। अब प्लास्टर उतर गया है। सो हाथ को थोडी रहत मिली है। इसीलिए बधाई। पुरी बधाई इसलिए नहीं की अभी उनको थोड़ा और धैर्य दिखाना है। वह काफी संयमित व्यक्तित्वा वाले पहले से हैं। खैर हमलोग यही उम्मीद करेंगे की आगे कुछ दिन और धैर्य रखें ताकि हाथ फिर से हर कम के लिए चंगा हो जाए। ब्लॉग के साथी आपके जल्द दुरुस्त होने की कामना करते हैं।
धन्यवाद.
4 comments:
कैसे हैं विनय भाई। आप जल्द अच्छे हों।
हम तो चाहते है कि विनय भाई झोला से भी जल्दी मुक्त हों
शुभकामनाओ के लिए साथियों का धन्यवाद.
प्रगति भाई, गलती रिक्शा वाले की नहीं थी. उस रास्ते रोज सैकरों लोग रिक्शे से जाते है लेकिन किस्मत मेरी ख़राब थी सो शिकार मैं बना. खैर अब मैं पहले से अच्छा हूँ. प्लास्टर कट चुका है और सब कुछ ठीक रहा तो १५ अगस्त तक मेरा बायाँ हाथ पहले की तरह काम करने लगेगा.
राजा भाई, झोला हटने में १५ दिन और लगेंगे ऐसा डॉ का कहना है पर आप जैसे चाहने वाले हों तो पहले भी मुक्ति मिळ सकती है.
Are vinay bhai aaj hi aapse baat hui aur aapne yah bhi nahi bataya ki aapka haath tut gaya tha. Very bad. khair aapne us sankat ko jhel liya uske liye aapko badhai. main kamna karta hu ki aap desk ke sabhi task me puri tarah parangat ho jaye. meri subhkamnaye.
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