Saturday, June 21, 2008

जिंदगी का अहम् दिन

साथियों,
G4Feb । यानि 4 फरवरी 2000। वैसे तो हर एक दिन कैलेंडर का हिस्सा है लेकिन 4 फरवरी 2000 हम उन सभी साथियों के जीवन का ऐसा अंग बन गया है जिसे मिटाना या भुलाना शायद किसी के लिए संभव नहीं। शायद यह याद करने की भी जरुरत नहीं की इसी दिन हम सभी मिले थे। पटना स्थित 'हिंदुस्तान' के उस 'पाठशाला' में जहाँ गुरु रूप में आदरणीय गिरीश मिश्रा जी हमें सिखाते थे। आज भले अपने ज्यादातर साथी देश के विभिन्न मीडिया समूह में हैं। कोई देश के प्रमुख समाचार चैनेल में है तो कोई बड़े अख़बार में। लेकिन खुशी इसी बात की है की आज भी सभी एक परिवार की तरह जुड़े हैं। पत्रकारिता के इसी आठ साल के सफर मैं मैंने इस जुडाव को और मजबूत बनने के लिए इस ब्लॉग को बनाया है। ब्लॉग का क्रिएशन तभी सफल होगा जब सभी साथी इससे जुडेंगे। सिर्फ़ जुडेंगे ही नहीं बल्कि एक दुसरे की खुशी और गम को मिलकर बाँटेंगे। आइये इसी कड़ी को आगे बढाएं । धन्यवाद ।
pragati Mehta ........

6 comments:

राजीव किशोर said...

जिया भाई। मजा आ गया। चार फरवरी को भूलना इस जन्म में नामुम्किन है। फरवरी की उस गुलाबी ठंड में हमने रिश्तों की जो गरमाहट जी थी उसकी शिद्दत आज भी याद कर सिहर जाता हूं। आज हम सब कहीं न कहीं छूट गए हैं। इस ब्लॉग के माध्यम से हम सभी जुड़ सकेंगे...ऐसा सोचकर ही मन रोमांचित हो रहा है। रही बात जी-फोर की तो साथी आपने जाने- अन्जाने में एक ही झटके में "सबकुछ" याद दिला दिया। वैसे आदरणीय गिरीश मिश्र के कारण ही हम सब आज अपने-अपने मुकाम पर हैं, सो उन्हें इस ब्लॉग से जोड़ना बेहद अच्छा होगा। एक बार फिर आपके इस यादगार प्रयास के लिए अनेकों साधुवाद।
राजीव किशोर, आजतक

nikaspuriya.com said...

blog ki kalpana ko sakar karne ke liye pragati ne jo mehnat ki sabse pahle iske liye use thanks or is kamyabi ke liye badhai. 8 sal pahle jab humne sath milkar nai rah par chalna suru kiya tha us waqt ek-dusre se aage nikalne ki hor rahti thi. halanki kuch hi dino bad hum ek dusre se bicharne lage. aj 8 sal bad humlogn ka thikana badal gaya hai. sath hi ek dusre ke bare men janne ki bechaini bhi badh gai hai. pragati ke is prayas se hum ek dusre ko jan sakenge. blog se jude doston ko main batana chauga ki hamare club ke sathti prem ki 8 jujy ko shadi hai. prabhat khabar patna ke crime reporter prem ki shadi ka reception 10 july ko hai.
Vinay kumar
sub editor
rashtriya sahara
noida

shoonya said...

priya pragti ji,
namaskar!
jindagi ke bikhre huon ko batorne ki achee koshish hai.
apka
satyendra
amar ujala

दीपक बरनवाल said...

Tecnology ke madyam se apne apno ko jodne ka tak dhina din ke doon par nachane ka achchha tarika hai.

G4feb ka nahi hone ke bad bhi Pragati my Langotiya

Wo kuch bhi karega
use achchha hona hi padega kyuki Pragati ne suru kiya hai.

dipak kumar

Sath dena hum sabka param karam

EK ARG BHAi KO...

Mahangai ne besak mara
Kalam aur kagaj
mahanga banaya

Office net
use karo
kamchori karo
blog pe likho
pta chalta hai
mahangai ke aankh maine
dhool jhonk di..

rakesh ranjan said...

Is bhag daur ki duniya me ek dusre se jure rahne ka yah ek acha madhyam hai. Ummid hai ki hum log is blog ke madhyam se ek dusre se ru b ru hote rahenge. pragati bhai ka prayas acha hai. Is prayas ke liye bhai ko bdhai.

rakesh ranjan
rastriya sahara
Noida.

nikaspuriya.com said...

अमर उजाला के सत्येन्द्र जी आप अपने बारे में थोड़ा विस्तार से बताएं, क्या आप नौबतपुर वाले हैं.
विनय कुमार (punaichak, पटना )
राष्ट्रीय सहारा, नॉएडा.